पिछले 11 सालों में पहली बारी BJP के चाणक्य और देश के गृह मंत्री अमित शाह को बैकफुट पर देखा गया है. उन्हें ऐसे मामले में सफाई देनी पड़ी है जो उनके खिलाफ पूरी तरह से निराधार है.
विपक्ष के फैलाये जाल में देश के गृह मंत्री अमित शाह ऐसे फंसे कि उन्हें मीडिया के सामने आकर देश की जनता को सच बताना पड़ा है. मीडिया से बात करने के दौरान उन्होंने साफ कहा कि, “कांग्रेस ने मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया है. देश में नकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश की गई है”.
आंबेडकर पर क्या बोले थे शाह?
दरअसल 17 दिसंबर को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा हो रही थी, इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, “इस वक्त आंबेडकर-आंबेडकर-आंबेडकर-आंबेडकर के नाम को जपना फैशन माना जाता है, अगर कहीं इतना नाम भगवान का ले लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग ही मिलता”.
गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान को विदेशी ताकतों के रिमोट से चलने वाले विपक्ष ने नया रूप दे दिया और कहा कि गृह मंत्री बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपना किया है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, BSP सुप्रीमो मायावती और RJD नेता तेजस्वी यादव जैसे नेताओं ने गृह मंत्री अमित शाह को देश से माफी मांगने की बात कही.
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, “गृह मंत्री अमित शाह के बयान से दलित समाज काफी आहत है, उन्हें देश से माफी मांगी चाहिए अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो देश में आग लगेगी”.
देश में आग लगाने की तैयारी में विपक्ष?
राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के दिए गए बयान से विदेशी ताकतों की रिमोट से चलने वाले विपक्ष ने संसद से लेकर सड़क तक हंगामा मचा दिया. दोनों सदनों की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. संसद में कभी फिलस्तीन के समर्थन में झोला लेकर तो कभी बांग्लादेश के हिन्दुओं के समर्थन मे झोला लेकर पहुंचने वाली कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी और अमेरिका में बैठे कुख्यात अरबपति उद्योगपति जॉर्ज की अंगुलियों पर नाचने वाले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा.
देश के सामने तोड़-मरोड़कर पेश किए गए गृह मंत्री अमित शाह के बयान से दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार, बंगाल में राजनीतिक भूचाल मच गया. उधर बहती गंगा में आम आदमी पार्टी ने भी हाथ धोते हुए दिल्ली में BJP मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. हर भाषण में खुद को सत्यवादी बताने वाले दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव में गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी को चुनाव में प्रमुख मुद्दा बनाने की बात कही.
किरेन रिजिजू ने दिया विपक्ष को करारा जवाब
देश में आग लगाने की बात करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित पूरे विपक्ष को BJP सांसद किरेन रिजिजू ने आइना दिखाने का काम किया. उन्होंने कहा कि, “कांग्रेस केवल बार-बार बाबा साहेब का नाम लेकर देश में नाकारत्मकता का माहौल बनाने का काम कर रही है. 1951 में बाबा साहेब के इस्तीफे के 71 साल बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक बौद्ध को मंत्री बनाया. बाबा साहेब से जुड़े 5 तीर्थ स्थलों और उनकी 450 फुट ऊंची प्रतिमा के निर्माण कराया जा रहा है, ये बाबा साहेब का असली सम्मान है”.
अमित शाह ने अपनी सफाई में क्या कहा ?
विपक्ष के झूठे आरोपों के बाद उपजे विवाद को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने खुद मीडिया के सामने आने का फैसला किया. ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में चर्चा भी की.
राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के बयान विपक्ष ने अपना हथियार बना लिया है. इसे देखते हुए मीडिया के सामने आकर बयान दिया कि, “मेरे बयान को विपक्ष ने तोड़-मरोड़कर पेश किया जनता के सामने. कांग्रेस देश में अराजकता का माहौल बनाना चाहती है”.
जिस तरह से केंद्रीय गृह मंत्री के बयान को लेकर हाय तौबा मची है उससे तो ये साफ हो गया है की BJP-Congress में तलवार खिंच गई है. ये मामला और बड़ेगा ये फिर शांत होगा ये देखना दिलचस्प होगा.
Jaberdast 👍👍👍👍