नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस में क्राइम ब्रांच युनिट की AHTU (एंटी ह्युमन ट्रैफिकिंग यूनिट) के ACP सुरेंद्र कुमार गुलिया और उनकी टीम इस साल में अबतक लापता 213 लोगों को खोज निकाला है। AHTU की टीम ने दिल्ली के कुंवर सिंह नगर से अगवा की गई 17 साल की बच्ची और शालीमार बाग में रहने वाले 16 साल के ई-रिक्शा ड्राइवर को खोज निकाला है।
पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि, 17 साल की बच्ची को ढूंढने के लिए AHTU की टीम ने बच्ची के परिजनों, दोस्तों और रिश्तेदारों से बात की।
AHTU ने जांच में पाया कि बच्ची के गुमशुदा होने से पहले बच्ची की बात एक नंबर पर ज्यादा होती थी, जांच की गई तो मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ का रहने वाले 21 साल के आकाश का निकला। इसके बाद AHTU के ACP सुरेंद्र कुमार गुलिया और उनकी टीम ने नंबर को ट्रैक किया और बच्ची को उत्तर प्रदेश के झांसी से बरामद कर लिया, साथ ही आरोपी आकाश को गिरफ्तार भी कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि एक पारिवारिक समारोह के दौरान अगवा हुई बच्ची का नंबर लिया था।
वहीं दूसरे मामले में ACP सुरेंद्र कुमार गुलिया और उनकी टीम ने गुमशुदा हुए 16 साल के ई-रिक्शा ड्राइवर लड़के को जानने वाले लोगों से उसके बारे में जानकारी ली, फोटो और CCTV फुटेज के जरिए रिक्शा स्टैंड के आसपास इलाके को खंगाला। साथी ई-रिक्शा ड्राइवरों ने बताया कि लड़के के पास कोई फोन नहीं था, जिसके बाद ACP सुरेंद्र कुमार गुलिया की टीम के सामने लड़के को खोजना बड़ी चुनौती थी।
कभी हार नहीं वाले AHTU के ACP सुरेंद्र कुमार गुलिया की टीम ने कई ई-रिक्शा चालकों के साथ गहनता पूछताछ की, जिसमें ई-रिक्शा ड्राइवरों ने बताया कि उन्होंने गुमशुदा लड़के को खजूरी पुस्ते की तरफ जाते देखा था। इसके बाद AHTU की टीम ने वहां जाकर पड़ताल की तो लड़का बेहोशी की हालत में टीम को खजूरी के तीसरे पुस्ते पर मिला।
आपको बता दें कि AHTU ने ऑपरेशन मिलाप के तहत इस साल 96 बच्चों को उनके परिवारवालों से मिलाया और कुल मिलाकर 213 लोगों को खोज निकाला है। अगवा और गुमशुदा लोगों के परिजनों AHTU की जमकर तारीफ की और ACP सुरेंद्र कुमार गुलिया को दिल्ली पुलिस का जेम्स बॉन्ड कहा।
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