लखनऊ में मंगलवार को एक आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है
कि वह केंद्र सरकार पर कृषि कानूनों को वापस लेने का दबाव फिर से बनाने के लिए दिल्ली की तरह लखनऊ के चारों तरफ किसान डेरा डालेंगे।
आपको बता दें कि लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस से वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि हमारी मांग है
कि केंद्र सरकार बिना किसी शर्त के तीनों कृषि कानून वापस ले,
लेकिन जिसके लिए सरकार नहीं मान रही है इसलिए हम मिशन यूपी व उत्तराखंड शुरू करने रहे हैं
जिसके तहत अब वह हर एक गांव में जाकर भाजपा और उनके सहयोगी दलों के नेताओं का बहिष्कार करेंगे।
इस कार्य को पूरा करने के लिए यात्रा और रैलियां भी निकाली जाएंगी।
भाकियू ने कहा कि यूपी के मुजफ्फरनगर में पांच सितंबर को एक बड़ी पंचायत का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों पर महापंचायत का आंदोलन जारी होगा।
जिसके साथ पंजाब और हरियाणा की तरह उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी हर गांव किसान आंदोलन का दुर्ग बनेगा।
गौरतलब है कि टिकैत ने आरोप लगाए है कि गेहूं की खरीद में घोटाला हुआ है जिसका खुलासा वह जल्द ही करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि किसानों से 1200, 1400 रूपए प्रति कुंतल की दर से गेहूं लिया गया और
फिर इसे खरीदकर व्यापारियों ने एमएसपी पर सरकारी केंद्रों पर बेच दिया है। जिसके सारे दस्तावेज उनके पास मौजूद है।