वृक्ष पृथ्वी के श्रृंगार होते हैं ऐसा सिर्फ कहा ही नहीं बल्कि माना जाता है। स्मार्ट सिटी नोएडा में लेकिन ऐसा नहीं माना जाता है कहा जाए तो गलत नहीं होता है।
नोएडा के सेक्टर 54 इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप के पीछे विशेष समुदाय की कृपा से वृक्षों की कटाई बहुत जोरों से चल रही है। नोएडा प्राधिकरण और प्रशासन दोनों ने अपनी आंखों पर पट्टी बांध रही है।
विशेष समुदाय ने अपने बाहुबल का प्रयोग करते हुए फॉरेस्ट लैंड की बाउन्ड्री वॉल को तोड़कर पेट्रोल पंप के पास से ही मजार पर जाने के लिए रास्ता बना दिया है।
क्या मजार बनाने के लिए परमिशन ली?
नोएडा के सेक्टर 54 में फॉरेस्ट लैंड के अंदर जो मजार बनाई जा रही है उसके नोएडा विकास प्राधिकरण से इजाजत मांगी गई या नहीं ये सबसे बड़ा सवाल है और दूसरा अगर इजाजत मिली भी है तो नोएडा विकास प्राधिकरण ने किस बिना पर मजार के निर्माण और हरे पेड़ों को काटने की इजाजत दी। बता दें हरे पेड़ को काटना एक कानून जुर्म है इसमें भारतीय वन कानून 1927 के अनुसार सेक्शन 68 के अंतर्गत केस दर्ज होता है।
फॉरेस्ट लैंड की जमीन पर अवैध कब्जा?
नोएडा के सेक्टर 54 में वन विभाग की जमीन पर दरगाह बाबा सरफुद्दीन भूरे शाह कहां से आए इसकी कोई जानकारी नहीं है, पहले चौकी बनाई फिर मजार और अब एक अवैध मस्जिद बनाने के लिए कदम बढ़ा दिए गए हैं। नोएडा विकास प्राधिकरण, वन विभाग और नोएडा प्रशासन क्या कर रहा है ये भी बड़ा सवाल है।
दिल्ली में आजादपुर फ्लाईओवर के ऊपर भी हमें एक पीर बाबा के दर्शन कराए गए थे और नोएडा में पार्क के अंदर बाबा सरफुद्दीन की दरगाह बनाई जा रही है।
हालाँकि यह पहली बार नहीं है जब किसी सरकारी जमीन पर या रोड के किनारे मजार बना दी गई हो। इसके पहले मुरादाबाद में एक जमीन पर कब्जा करके मजार बनाई गई थी और जमीन पर कब्जा करने वाले ताहिर ने जवाब कि पीर बाबा ने उसके सपने में आकर उसे सुंदरलाला की जमीन पर कब्जा कर मजार बनाने के लिए कहा था।
सवाल ये कि नोएडा के सेक्टर 54 में भी जो दरगाह बनाई जा रही है उसके लिए भी बाबा सपने में आए थे या फिर विशेष समुदाय द्वारा ये जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश है।
वहीं सेक्टर 54 में सोसाइटी के लोगों से जब इस मामले में बात की गई तो उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से दरगाह के आस-पास पेड़ों की कटाई हो रही है, उन्होंने कई बार इसकी शिकायत की लेकिन नोएडा पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।