केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड के गिरिडीह में आयोजित एक चुनावी रैली को संबोधित किया। अपने भाषण की शुरुआत में उन्होंने झारखंड के धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीकों पारसनाथ पहाड़ और मारंगबुरु को नमन कर क्षेत्र की परंपराओं का सम्मान किया।
झारखंड की संपदा और जनता की दुर्दशा
अमित शाह ने झारखंड को “काले सोने” यानी कोयले और खनिज संपदाओं से भरपूर राज्य बताते हुए कहा कि यह पूरे देश के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक है। लेकिन उन्होंने अफसोस जताया कि झारखंड की जनता गरीबी और समस्याओं से जूझ रही है। उन्होंने चिंता जताई कि राज्य की जनता इन संसाधनों का लाभ उठाने से वंचित है।
उन्होंने इसके लिए राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को जिम्मेदार ठहराया। शाह ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा झारखंड के विकास के लिए भेजा गया धन राज्य सरकार की लूट का शिकार हो गया। संसाधनों का सही तरीके से उपयोग न हो पाने और कुशासन के कारण जनता को उनका हक नहीं मिल पा रहा। झारखंड सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यहां की जनता को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्राकृतिक संसाधनों का सही तरीके से उपयोग करने और विकास योजनाओं को लागू करने में विफलता दिखाई है।
बीजेपी का झारखंड के युवाओं के लिए वादा
अमित शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी झारखंड को विकास के पथ पर ले जाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि अगर भाजपा सत्ता में आती है, तो यहां की प्राकृतिक संपदाओं का सही तरीके से उपयोग कर राज्य की जनता को लाभ पहुंचाया जाएगा।
अमित शाह ने झारखंड में कल-कारखाने लगाने का वादा किया ताकि यहां के युवाओं को रोजगार के लिए बाहर न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में आने पर झारखंड को औद्योगिक और आर्थिक केंद्र के रूप में विकसित करेगी, जिससे राज्य के लोगों को बेहतर अवसर मिलेंगे।
घुसपैठियों पर सख्त रुख
अमित शाह ने अपने संबोधन में घुसपैठियों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार का ध्यान राज्य के विकास से हटकर घुसपैठियों को बचाने और बसाने पर है। शाह ने कहा कि घुसपैठिए झारखंड में आकर बेटियों के साथ शोषण करते हैं और उनकी जमीन हड़पते हैं।
उन्होंने वादा किया कि भाजपा सरकार बनने पर घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अमित शाह ने कहा, “झारखंड में न सिर्फ घुसपैठियों को बाहर निकाला जाएगा, बल्कि उनके द्वारा कब्जाई गई जमीन को भी वापस कराया जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की सरकार में घुसपैठियों का कोई स्थान नहीं होगा।
स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान
अमित शाह ने झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर की सराहना करते हुए कहा कि यहां की परंपराएं और मान्यताएं देश की सांस्कृतिक विविधता को समृद्ध करती हैं। उन्होंने पारसनाथ पहाड़ और मारंगबुरु जैसे महत्वपूर्ण स्थलों का उल्लेख करते हुए कहा कि झारखंड की पहचान इसकी सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं में निहित है।
चुनावी माहौल में उत्साह
अमित शाह के इस संबोधन ने चुनावी माहौल को और गर्मा दिया है। उनके भाषण में जनता के मुद्दों और राज्य के विकास का जिक्र करते हुए भाजपा के दृष्टिकोण को स्पष्ट किया गया। उन्होंने कहा कि झारखंड के विकास और यहां की जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए भाजपा पूरी तरह तैयार है।गृह मंत्री ने झारखंड की जनता से भाजपा को समर्थन देने की अपील की। उन्होंने कहा कि भाजपा झारखंड के विकास, सुरक्षा और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है।
0 Comments