नई दिल्लीः पाकिस्तान और तालिबान की जोड़ी ने अफगानिस्तान पर कहर बरपा रखा है। गुरुवार देर रात अफगानिस्तान पर दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है। न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (AP) की माने तो अफगानिस्तान के 12 प्रांतों पर तालिबान अपनी हुकूमत जमा चुका है।
नरभक्षि तालिबानियों ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वो कंधार के शहीद चौक पर पहुंचने का दावा कर रहे हैं। खैर तालिबान के कब्जे की सच्चाई कितनी है ये तो नहीं सकते हैं लेकिन, उनके लड़ाके इस वक्त बहुत तेजा से आगे बढ़ रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तालिबान ने अफगानिस्तान के कंधार, हेरात, गजनी, बदख्शन, कुंदुज, फराह, जब्जजान, बगलान, समनगन, तकहर, सर-ए-पुल और निमरु प्रांतों पर कब्जा कर चुका है। वहीं उसके कब्जे से बड़े शहरों में केवल काबुल और मजार-ए-शरीफ ही बचा हुआ है।
अफगानिस्तान में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा को देखते हुए भारत सरकार ने एडवाइजरी कर दी है। भारत सरकार का कहना है कि उड़ाने बंद होने से पहले भारतीय अपने वतन लौट आएं। वहीं भारतीय कंपनियों को भी अपने कर्मचारियों को वापस भेजने के लिए भारत सरकार ने सलाह दी है।
अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास ने जानकारी देते हुए बताया कि तालिबान के कब्जे वाले इलाकों से 3 भरतीय इंजीनियर्स एयरलिफ्ट किए गए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “अफगानिस्तान में भारत शांति चाहता है और काबुल में भारतीय दूतावास को बंद नहीं किया जाएगा, हर हालात को बारीकी से देखा जा रहा है”।
तालिबान को सत्ता में हिस्से का प्रस्ताव
तालिबान के सितम के बीच अफगानिस्तान की सरकार ने इस नर संहार को रोकरने के लिए तालिबान के सामने सत्ता में हिस्सा देना का प्रस्ताव दिया है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के इस प्रस्ताव को तालिबान ने मानने से इंकार कर दिया है। उधर अफगानी सुरक्षबलों ने गजनी के गवर्नर दाउद लघमानी, डिप्टी गवर्नर सहित कुछ अफसरों को बंदी बना लिया है।
अमेरिका का तालिबान से निवेदन
अफगानिस्तान के तालिबान में मचाए जा रहे आतंक को देखते हुए, दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक अमेरिका भी तालिबान से बात करने को मजबूर हो गया है। तालिबान की रफ्तार को देखते हुए अमेरिका का कहना कि 90 दिनों में अफगानिस्तान के हाथ से काबुल निकल जाएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमेरिका ने तालिबान से कहा कि वो काबुल में अमेरिकी दूतावास पर हमला न करें और किसी भी अमेरिकी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाएं।
पाकिस्तान को अमेरिका की चेतावनी
अफगानिस्तान में हो रहे कत्लेआम में तालिबान का सबसे बड़ा मददगार पाकिस्तान बना हुआ है। अमेरिका ने पाकिस्तान को हिदायत दी है कि वो अफगान सीमा पर तालिबान के खिलाफ कार्रवाई करे। अमेरिका ने पाकिस्तान को सीधे कहा कि वो अपने इलाके में तालिबान को किसी भी तरह से पनाह न दे।
अमेरिका से मिली फटकार के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि, “अफगानिस्तान के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका सिर्फ पाकिस्तान का इस्तेमाल करना चाहता है”।
तालिबान और पाकिस्तान दोनों ही आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।