दिल्लीः पिछले 84 दिनों में कश्मीर में आतंकी गतिविधियां काफी तेजी से बढ़ी हैं और पाकिस्तानी आतंकवादियों ने सेना के जवानों पर भी हमला किया है।
जनवरी से अबतक 86 आतंकियों को भारतीय सेना के जवानों ने ढेर किया है। इनमें 36 आतंकी जुलाई में मारे गए हैं। केवल जुलाई महीने में सेना के जवानों की 16 बार आतंकवादियों से मुठभेड़ हुई है।
एक अखबर की खबर ने दावा किया है केवल जुलाई के 20 दिनों में ही सेना ने 10 बार एनकाउंटर किया है, इस दौरान जो 20 आतंकवादी ढेर किए गए उनमें से 4 आतंकवादी पाकिस्तान के रहने वाले थे।
आपको बता दें कि इस साल सेना की तरफ से अबतक 36 बार ऑपरेशन किया जा चुका है और इनमें 86 आतंकवादी ढेर किए गए हैं। 80 आतंकवादियों को कश्मीर में और 6 आतंवादियों को जम्मू में ढेर किया गया है।
एनकाउंटर में मारे गए आधे से ज्यादा आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे। इस एनकाउंटर में भारतीय सेना के 15 जवान शहीद हुए और 19 आम नागरिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
गौरतलब है कि ऐसी स्थिति का सामना भारती सेना तब कर रही है जब 25 फरवरी को हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के DGMO ने बैठक की और इस बैठक में संयुक्त बयान जारी कर संघर्ष विराम की बात कही थी। लेकिन इसके बाद भी आपनी आदत से मजबूर पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पिछते हफ्ते 4 बार पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिश की गई। इसमें एक घुसपैठ को भारतीय सेना के जवानों ने विफल कर दिया लेकिन, 3 घुसपैठ सफल हो गई। सेना के पास अभी तक कश्मीर में लगभग 20 पाकिस्तानी आतंकियों के छिपे होने की खबर है।
देश के एक चर्चित पत्रकार का दावा है कि इस साल 69 आतंकी आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए हैं। आतंकवादी संगठनों में शामिल होने वाले ज्यादातर लड़के कश्मीर में कुलगाम, पुलवामा और शोपियां जिले से हैं।
एक खुफिया जानकारी के मुताबिक कश्मीर में अभी 200 से ज्यादा आतंकी एक्टिव मोड में हैं और इनमें 50 प्रतिशत पाकिस्तान से हिन्दुस्तान में घुसे हैं। ऑपरेशन क्राइम फ्री कश्मीर को देखते हुए लगता है कि जल्द ही इन 200 आतंकियों को भारतीय सेना के जवान इन्हें 72 हूरों के पास जल्द भेज देंगे।
भईया शानदार लेखनी है, आतंकवाद और आतंकवादी दोनों का खात्मा होना चाहिए
Thanks. Indian Army Understand people’s feeling