जब देश में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली महामारी और कोविड-19 को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा था। रोगियों गैर कोविड-19 रोगियों का क्या होता, विशेष रूप से आपातकाल वालों का क्या है, ऐसे में Vrozart Group की स्वास्थ्य सेवा Vrozart Health इस जरूरत को पूरा करने के लिए काम कर रही है।

Vrozart Health भारत में चिकित्सा क्षेत्र में बेहतर सुविधा देने वाला बड़ा ब्रांड बन गया है। इस ग्रुप का मुख्य उद्देश्य मरीजों को बेहतर चिकित्सा देकर उनको बेहतर जीवन देना है।

Vrozart Group कम दामों पर अच्छा उपचार विकल्प खोजने में मरीजों की सहायता करता है। यहां तक कि ये ग्रुप कोरोना मरीजों के अलावा भी अन्य मरीजों को भी बेहतर सुविधा देने के लिए प्रयासरत है। लॉकडाउन में Vrozart Group ने भारत में 72 से अधिक गंभीर और अर्ध-गंभीर कोरोना मरीजों का इलाज कराया है।

इस ग्रुप ने 90 से अधिक नॉन-कोविड मरीजों के लिए वीजा और अन्य चिकित्सा सहायता को पूरा किया है। यहां तक की इस ग्रुप में लॉकडाउन के दौरान भारत में फंसे विदेशियों की मदद कर उनका इलाज कराया है।

कोरोना काल में भारत में फंसे विदेशियों के लिए उनका इलाज करवाने और उनको उनके घर पहुंचाने के लिए भी Vrozart Group की तरफ से सराहनीय कार्य किया गया है।  

Vrozart Group नॉन-कोविड मरीजों को पैथोलॉजी सहायता और दवाओं की व्यवस्था भी की है।

Vrozart Group का कहना है कि Vrozart Health के तहत हम एक मिशन पर हैं। हमारा मिशन है स्वास्थ्य सेवा को आसान और व्यक्तिगत बनाना है।  

आपको बता दें कि इस कंपनी ने शुरुआत गंभी रोगियों की मदद करने से किया था। लेकिन, भारत में चिकित्सा के क्षेत्र में लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए Vrozart Group के को-फाउंडर नीरज धवन और Vrozart Health के को-फाउंडर अवनीश कुमार ने का कहना है कि, “मौजूदा समय में भारत में कई तरह के मरीजों की संख्या में भारी उछाल देखा गया है। कुछ ऐसी बीमारियां भी हमें देखने को मिलीं जिनमें तत्काल उपचार की आवश्यकता है। लेकिन, आर्थिक कारणों से लोग डॉक्टर के पास नहीं जाते हैं”।

Vrozart Health ने भारत में चिकित्सा क्षेत्र में मची लूट को देखते हुए उन मरीजों की मदद करने का फैसला लिया है, जिन्हें तत्काल और प्रभावी उपचार की जरूरत है।

Vrozart Health ऐसे मरीजों के पूरी तरह से मदद करने को तैयार है और मरीजों के आने-जाने का खर्च भी Vrozart Group ही उठाएगा।

भारत में 30 साल की उम्र पार कर चुके लगभग 33 प्रतिशत लोग किसी न किसी बीमारी से पीड़ित हैं।

हाई ब्लड प्रेशर, शुगर, थायराइड, कैंसर और हार्ट की बीमारी से पीड़ित हैं। साल 2020 में भारत में 1.32 मिलियन नए कैंसर के मरीज सामने आए हैं, जो प्रति मिनट तीन मरीजों की तरह है।

विश्व में भारत दूसरा ऐसा देश है जहां 77 मिलियन लोग शुगर से पीड़ित हैं।  

Vrozart Group का कहना है कि साल 2025 तक हम लगभग 10 हजार ऐसे मरीजों को अपनी सेवा दे पाएंगे जो शुगर, हार्ट, किडनी, आंखों और पेट की समस्या से जूझ रहे हैं।

Vrozart Health का नेतृत्व पेशेवरों की एक अत्यधिक अनुभवी टीम द्वारी किया जा रहा है। इसमें 17 साल की उम्र में बिजनेस की दुनिया में कदम रखने वाले Vrozart Group के सह-संस्थापक और बिजनेस हेड, नीरज धवन भी शामिल हैं।

नीरज धवन को व्यवसाय के विकास और टेक्नोलॉजी को आगे कैसे बढ़ाना है इसका काफी अनुभव रहा है।

Vrozart Health के अवनीश कुमार सह-संस्थापक और संचालन प्रमुख हैं, इन्होंने ही दशकों तक स्वास्थ्य सेवा के लिए काम किया है और इनके पास भी टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढ़ने, कंपनी को चलाने और टीम के साथ आगे बढ़ने का हुनर है।

Vrozart Health और Vrozart Group ने कई ग्रुप को भी समर्थन दिया है। इनमें स्वास्थ्य देने वाले, वित्तीय सेवाएं देने वाले, कृषि क्षेत्र में, मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के लोगों की मदद की है।

अधिक जानकारी के लिए आप www.vrozarthealth.com पर जाएं

टीशा कटारिया, मार्केटिंग और पब्लिक रिलेशन, Ph: 91-9818823450, E: tisha@vrozart.com