यूपी के हापुड़ में पुलिस और वकील में जो रार ठनी है वो रुकने का नाम नहीं ले रही है। वकीलों ने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए हड़ताल कर दी तो दूसरी पुलिसवालों ने वकीलों के खिलाफ कैदियों को भगाने का मामला दर्ज कर दिया। हापुड़ में वकीलों पर तीन संगीन मुकदमे दर्ज कर दिए गए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने मीडिया को बताया वीडियो को बताया कि वकीलों की भीड़ ने आकर हवालात की पहले कुर्सियां तोड़ी उसके बाद कैदियों को भगाने का प्रयास किया इस दौरान जब कैदियों ने भागने का प्रयास किया तो बैरक में चिल्लाहट मच गई।
वकीलों ने तोड़फोड़ के दौरान पीआरडी जवान के साथ मारपीट की जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
आपको बता दें कि इससे पहले हापुड़ में पी वकीलों के ऊपर 18 से अधिक मामले लगभग 300 से ज्यादा वकीलों के ऊपर दर्ज किए गए थे।
उत्तर प्रदेश में वकीलों और पुलिसवालों के बीच चल रही हैं इस जंग का खामियाजा राज्य की जनता भुगत रही है। पुलिस और वकील के बीच जंग में जनता कोर्ट कचहरी का चक्कर लग रही है।
हापुड़ की घटना ये साफ हो गया है कि यूपी पुलिस इस वक्त बेलगाम हो चुकी है। पिछले कुछ सालों से जिस तरह से वकील और पत्रकारों के साथ यूपी पुलिस व्यवहार कर रही है वो निरंकुशता का सबसे बड़ा उदाहरण है।
17 वकीलों को किया गया नामजद
हापुड़ में मंगलवार को हुए बवाल में पुलिस ने अपनी टोपी ऊंची रखने के लिए 17 वकीलों को नामजद और 250 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है। SSP मुकेश मिश्रा ने बताया कि जाम लगाने और पुलिस पर हमला करने का मामला भी दर्ज किया गया है।
हापुड़ का क्या था मामला?
दरअसल एक महिला वकील और एक सिपाही का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में महिला वकील के द्वारा सिपही के नेम प्लेट को नोचने की बात सामने आई थी। जिसके बाद पुलिस ने महिला वकील के साथ तीन अन्य लोगों पर भी मुकदमा दर्ज कर दिया। वकीलों ने जब इस मुकदमे के विरोध में जाम लगाया तो पुलिस ने उनपर लाठी चार्ज कर दिया। जिसके बाद कई वकील गंभीर रूप से घायल हो गए।
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