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WhatsApp ने बदली पॉलिसी…मेटा पर 213 करोड़ रुपये का जुर्माना!

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने सोशल मीडिया कंपनी मेटा (Meta) पर 213.14 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. अरबपति मार्क जुकरबर्ग की कंपनी पर भारत में यह जुर्माना 2021 में इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप द्वारा प्राइवेसी पॉलिसी बदलने के बाद अनुचित व्यावसायिक तरीकों का इस्तेमाल करने के लिए लगाया गया है. इसके अलावा सीसीआई ने मेटा और व्हाट्सऐप को निश्चित समय में कुछ निश्चित व्यवहार को बंद करने और उनसे दूर रहने का निर्देश भी दिया है.

सोशल मीडिया कंपनी मेटा ने कहा कि वह भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के उस पर 213.14 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने के फैसले से सहमत नहीं है और इसके खिलाफ अपील करने की योजना बना रही है. आयोग ने मेटा से कहा कि वह व्हाट्सएप से प्राप्त उपयोगकर्ता डेटा को मेटा के अन्य उत्पादों या कंपनियों के साथ पांच साल तक विज्ञापन उद्देश्यों के लिए साझा न करें. इसके अलावा, आयोग ने यह भी कहा कि व्हाट्सएप पर प्राप्त उपयोगकर्ता डेटा को मेटा की अन्य कंपनियों या उत्पादों के साथ साझा करना, व्हाट्सएप सेवा के उपयोग के लिए उपयोगकर्ताओं पर शर्त नहीं होनी चाहिए.

साल 2024 में व्हाट्सएप ने ग्लोबल यूजर्स के 2 बिलियन के आंकडे को पार कर दिया था, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा मैसेजिंग ऐप बनाता है. व्हाट्सएप की शुरुआत जन कूम और ब्रायन एक्टन ने 2009 में की थी और इसे 2014 में मेटा (फेसबुक) ने खरीद लिया.

फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप का भूगोल फैलकर कुल जमा 6.96 अरब यूजर्स का खाका खींचता है, जो मेटा को दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल सोशल मीडिया नेटवर्क बना देता है. मेटा का मुख्य व्यवसाय मॉडल विज्ञापन पर आधारित है, जो उसके प्लेटफॉर्म्स पर उपयोगकर्ताओं के डेटा और इंटरैक्शन से उत्पन्न होता है. मेटा का कुल वार्षिक राजस्व 11,600 करोड़ के आसपास है और इसकी अधिकांश आय डिजिटल विज्ञापन से आती है.

क्या आपका डेटा सुरक्षित है ?

व्हाट्सएप और मेटा के खिलाफ दुनिया भर में कई देशों में डेटा गोपनीयता, उपयोगकर्ता की अनुमति और प्रतिस्पर्धा कानूनों का उल्लंघन करने को लेकर शिकायतें और जांच चल रही हैं. इन देशों में मुख्य चिंताएं डेटा सुरक्षा, गोपनीयता उल्लंघन और मेटा के द्वारा अन्य कंपनियों के मुकाबले अपनी प्रबल स्थिति का दुरुपयोग करने से संबंधित हैं.

यूरोपीय संघ के डेटा सुरक्षा कानून के तहत मेटा और व्हाट्सएप को कई बार जुर्माना भुगतना पड़ा है. यूरोपीय संघ ने मेटा पर विशेष रूप से उपयोगकर्ता डेटा को बिना उचित अनुमति के साझा करने के कारण कई जांचें की हैं.

2021 में व्हाट्सएप की गोपनीयता नीति अपडेट ने यूरोपीय संघ में विवाद उत्पन्न किया क्योंकि इसमें उपयोगकर्ताओं को अपनी डेटा साझेदारी के बारे में स्पष्ट अनुमति नहीं दी गई थी. इस कारण, यूरोपीय आयोग ने मेटा के खिलाफ कार्रवाई की योजना बनाई है.

यूरोपीय संघ ने मेटा पर आरोप लगाया कि उसने अन्य कंपनियों के मुकाबले अपना प्रभुत्व बनाए रखने के लिए उपयोगकर्ताओं के डेटा का गलत तरीके से उपयोग किया.

अमेरिकी संघीय व्यापार आयोग (FTC) ने मेटा के खिलाफ एंटी-ट्रस्ट मामले दायर किए हैं, विशेष रूप से व्हाट्सएप और फेसबुक (अब मेटा) द्वारा डेटा संग्रह और विज्ञापन प्रथाओं को लेकर.

अमेरिकी कानूनों के तहत, मेटा के डेटा गोपनीयता प्रथाओं को लेकर कई आरोप लगाए गए हैं. उपयोगकर्ता डेटा की सुरक्षा को लेकर कई राज्य सरकारों ने भी मेटा पर मुकदमा दायर किया है.

ब्राजील ने भी व्हाट्सएप पर डेटा गोपनीयता नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है. ब्राजील के अधिकारियों ने मेटा से यूज़र डेटा की सुरक्षा को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है, विशेष रूप से व्हाट्सएप द्वारा मेटा के अन्य प्लेटफॉर्म्स के साथ डेटा साझा करने के संदर्भ में.

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