अयोध्या में बजरंगदल की प्रांतीय बैठक हुई जिसमें संगठन के विस्तार के साथ 30 सितंबर को होने वाली शौर्य रैली पर चर्चा की गई।

शौर्य रैली को बजरंगदल और विहिप के कार्यकर्ता राम मंदिर संघर्ष और राम मंदिर निर्माण के विजय में रूप में देख रहे हैं। संगठन का कहना है कि शौर्य यात्रा संविधान और कानून के अनुमति के जरिए उत्तर प्रदेश समेत सभी प्रांतों के प्रखंडों में निकाली जाएगी।

संगठन का मानना है कि ये यात्रा समाज को संगठित करने का काम तो करेगी ही साथ में हिन्दुत्व और अखंड भारत की नींव रखेगी।
शौर्य यात्रा 30 सितंबर से 15 अक्टूबर देश भर में चलेगी। जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं, वहां अभी यात्रा चल रही है। राम मंदिर बनने का हम सारे विश्व में आनंद मनाएंगे। इस बार राम 14 साल के बाद नहीं 500 साल के बाद लौट रहे हैं।

बजरंगदल का कहना है कि जहां कहीं भी हिंदू धर्म के अनुयायी हैं वो अपने मोहल्ले के मंदिरों में जाएंगे और अयोध्या का ये कार्यक्रम बड़ी स्क्रीन पर ये सारा दृश्य देखेगा और आनंद मनाएगा।

इस बैठक में बजरंगदल के जिला संयोजन मनीष पांडे ने बताया कि 30 सितंबर को अयोध्या के कटरा कुटीर से शुरू होगी और इसे भव्य बनाने का दायित्व हम सभी का है। वहीं जिला संचालन मंत्री विवेक शुक्ला ने भी कार्यकर्ताओं से अपील करते हु्ए कहा कि इस शौर्य रैली को भव्य बनाने के लिए हमें पूरी ताकत लगानी होगी।

बजरंगदल की इस बैठक में बंटी सिंह, डॉक्टर शैलेंद्र विक्रम सिंह, राहुल, मयंक शुक्ला, अभय मिश्रा, ज्योतिका, सुनीता श्रीवास्तव, संतोष मिश्रा सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।