केरल में इन दिनों कोरोना केस की संख्या बढ़ती नजर आ रही है. मगर उससे ज्यादा चिंता की बात ये है कि 14 मामलों में जीका नामक वायरस का संक्रमण देखने को मिला है. 

राज्य सरकार की ओर से दी गई जानकारी में इस बात की पुष्टि की गई है। इसके साथ ही प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री ने भी यह माना है कि पाबंदियां हटने से भी राज्य में कोरोना के मामलों की बढ़ोतरी हुई है। जीका वायरस मच्छर के काटने से फैलता है

केरल में कोविड-19 के मामले बढ़ने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस पर चिंता व्यक्त करने के बीच राज्य सरकार ने शुक्रवार को कहा कि पाबंदियों में ढील देने से मामलों में बढ़ोतरी हुई और उम्मीद है कि अब मामले कम होंगे।

 स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि लॉकडाउन लागू करने, निषिद्ध क्षेत्रों को चिह्नित करने और सरकार द्वारा जोर शोर से जांच और संपर्क का पता लगाने जैसे एहतियाती उपायों के चलते बड़ी संख्या में लोगों का चिकित्सा उपचार सुनिश्चित हुआ है। 

उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि संक्रमित व्यक्तियों की संख्या राज्य की चिकित्सा क्षमता से अधिक न हो ताकि बिस्तर या ऑक्सीजन की अनुपलब्धता के कारण किसी की मृत्यु न हो। 

जॉर्ज ने कहा कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है।

प्रधानमंत्री द्वारा जताई गई चिंताओं पर जॉर्ज ने कहा कि यहां उठाए गए कदमों का निरीक्षण करने केरल पहुंची केंद्र सरकार की टीम किए गए प्रयासों से संतुष्ट थी।

केरल में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 13,772 मामले आने से संक्रमितों कीसंख्या 30,25,466 हो गई, जबकि 142 और मरीजों की मौत हो जाने से मृतक संख्या 14,250 हो गई।

Zika virus vaccines are seen with others during the DOD Lab day at the Pentagon April 25, 2019, in Washington, DC. (Photo by Brendan Smialowski / AFP) (Photo by BRENDAN SMIALOWSKI/AFP via Getty Images)

जॉर्ज ने कहा कि पाबंदियों में ढील दिए जाने के बाद बड़ी संख्या में लोग बाहर निकले जिसके कारण मामलों में बढ़ोतरी हुई। 

मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पुलिस की मदद से यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगा कि लोग अपने घरों से बाहर निकलने पर सामाजिक दूरी और मास्क पहनने जैसे कोविड नियमों का पालन करें।