कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी पर अंतत: अपना मुंह खोल दिया है।

राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने मीडिया के सामने दावा किया कि जो पैसा इनक टैक्स की टीम ने बरामद किया है वो उनके परिवारिक व्यवसाय का है। धीरज साहू ने कहा कि ये पैसा कांग्रेस पार्टी या कांग्रेस से जुड़े किसी भी नेता का नहीं है।

इनकम टैक्स की टीम ने धीरज साहू और उनके परिवार से जुड़ी फर्म से लगभग 360 करोड़ रुपए कैश बरामद किए थे।

BJP ने इसे जहां ‘काला धन’ बताया तो वहीं धीरज साहू इस पर पलटवार किया कि ये इनकम टैक्स विभाग तय करेगा और समय आने पर सारी चीजें लोगों के सामने आएंगी। BJP लोगों को गुमराह करने के लिए कुछ भी कह सकती है।

धीरज साहू का राजनीतिक सफर

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू 1977 में ही राजनीति में अपने कदम रख चुके थे और पिछले 35 सालों से वो सक्रिय राजनीति का हिस्सा हैं।

धीरज साहू ने बताया कि उनके बड़े भाई शिव प्रसाद साहू दो बार रांची से सांसद रहे हैं और पिता बलदेव साहू बड़े समाजसेवी थे।

विकास के कार्यों में लगाया पैसा

मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने बताया कि हमारे परिवार ने हमेशा गरीबों की मदद की है। मेरे परिवार ने रांची, लोहरदगा और ओडिशा में कई विकास कार्य किए हैं।

मेरे परिवार ने कई स्कूल और कॉलेज खोले हैं, जिनमें गरीब बच्चों को पढ़ाई कराई जाती है।

इनक टैक्स विभाग को देंगे हिसाब

कांग्रेस से राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने कहा कि 6 भाईयों के साथ मेरा परिवार एक संयुक्त परिवार है, मैं केवल राजनीति पर ध्यान देता हूं और व्यवसाय मेरे परिवार के सदस्य देखते हैं।

धीरज साहू ने मीडिया के सामने दावा कि बलदेव साहू-शिव प्रसाद साहू एंड संस और रितेश साहू नामक फर्म उनके रिश्तेदार का है और इनका शराब बनाने का व्यवसाय है जो पूरी तरह से पारदर्शी है।

धीरज साहू ने बताया कि शराब का पूरा कारोबार कैश से चलता है, इसलिए आयकर कार्रवाई में जो कैश मिला है, इसी कारोबार का है।

कई तरह से ली गई तलाशी

इनकम टैक्स विभाग ने कांग्रेस से राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़ी कंपनियों कई कंपनियों पर 6 दिसंबर से ही छापेमारी शुरू कर दी थी।

इनकम टैक्स विभाग ने धीरज साहू के घर सहित कई ठिकानों पर तलाशी ली थी और इस दौरान 360 करोड़ रुपए कैश और जेवरात बरामद किए थे।

फिलहाल 360 करोड़ रुपए का केवल अनुमान है क्योंकि इनकम टैक्स विभाग ने अभी इसकी कोई पुष्टि नहीं की है।

इनकम टैक्स की टीम ने जिओ फिजिकल इंस्टूमेंट से उनके लोहरदगा और रांची में घर की तलाशी ली।