राजनीति में कुछ भी लंबे समय तक नहीं रहता और कांग्रेस के समाने इस वक्त गुड़ भरी हंसिया वाली दशा है। 5 राज्यों के चुनाव परिणाम से पहले I.N.D.I.A गठबंधन में सबकुछ दौड़ता हुआ नजर आ रहा था लेकिन अब ब्रेक लग चुका है कहा जाए तो गलत नहीं होगा।

5 राज्यों में आए चुनाव परिणाम के बाद अब कांग्रेस की बुलाई बैठक में उनके विपक्षी साथियों ने तो आने से ही मना कर दिया है।

I.N.D.I.A गठबंधन ने 6 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में सपा मुखिया अखिलेश यादव के जाने पर संशय है। बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने इस बैठक में शामिल होने से पहले ही मना कर दिया है।

I.N.D.I.A गठबंधन की ये चौथी बैठक होने वाली है, जिसमें अब तक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बिहार सीएम नितीश कुमार और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल हुईं थी।

इन शीर्ष नेताओं के बैठक में शामिल होने को लेकर जो संशय समाने आया है उसे 3 राज्यों में कांग्रेस को मिली हार से जोड़ा जा रहा है।

कर्नाटक और हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ये माना जा रहा था कि साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से बीजेपी को कड़ी टक्कर मिलने वाली है लेकिन अब तो पासा ही पलटता नजर आ रहा है।

दीदी बोलीं: बैठक के लिए नहीं कोई जानकारी

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक को लेकर कोई जानकारी नहीं है। किसी भी तरह से विपक्ष की बैठक की सूचना मुझे दी गई है। सीएम ममता बनर्जी ने बताया कि 6 और 7 दिसंबर को उत्तरी बंगाल में उनका कार्यक्रम निर्धारित है। सीएम ने कहा कि अगर अब गठबंधन से कोई बुलाता भी है तो अपना कार्यक्रम रद्द नहीं कर सकती हूं।

रामगोपाल यादव बैठक में शामिल हो सकते हैं

माना जा रहा है कि 6 दिसंबर को होने वाले I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक में अखिलेश यादव की जगह उनके चाचा और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव इस बैठक में शामिल हो सकते हैं।

फिलहाल I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक की में क्या सामने निकलकर आएगा ये तो हमें पता चल ही जाएगा लेकिन कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में सपा से सहयोग आने वाले लोकसभा चुनाव में मिलेगा या नहीं ये देखना होगा क्योंकि हिन्दी हार्ट बेल्ट में कांग्रेस को मिली हार के बाद सपा के प्रवक्ताओं ने ये कहना शुरू कर दिया है कि कांग्रेस को यूपी में ज्यादा सीटों की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।

AAP के कदम पर भी नजर

दिल्ली के मुख्यमंत्री फिलहाल अभी अपनी पार्टी और नेताओं को बचाने के लिए कड़ी मेहनत करते नजर आ रहे हैं। कथित शराब घोटाले में कसते शिकंजे और तीन राज्यों में खाता नहीं खुलने के बाद से AAP के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। 6 दिसंबर को होने वाली बैठक में केजरीवाल शामिल होंगे या नहीं ये देखना भी दिलचस्प होगा।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 5 राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मिजोरम) में आए नतीजों के बाद 28 दलों को चिट्ठी लिखकर 6 दिसंबर को बैठक के लिए बुलाया है।