उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एक फर्जी मनचले डॉक्टर को गिरफ्तार किया है यहां तक की आशिक मिजाज फर्जी डॉक्टर के पास से MBBS की डिग्री भी बरामद हुई है। जिसका इस्तेमाल कर वो कई बैंकों से लोन तो लिया ही है साथ में कई महिलाओं से शादी करके झांसा दे चुका है।

ये शातिर आरोपी शादी के बाद महिलाओं के नाम पर लोन अप्लाई करता था और हॉस्पिटल खोलने की बात कर गायब हो जाया करता था। महाराष्ट्र के रहने वाले इस मुन्ना भाई के पास से एक एंबुलेंस भी पुलिस ने बरामद की है।

पुलिस का मानना है कि अब तक आरोपी ने लगभग 5 महिलाओं से फर्जी तरीके से आर्य समाज के मंदिर में शादी कर चुका है। इतना ही नहीं आरोपी अपनी सभी पत्नियों का नाम पूजा रख दिया है। उन सभी के डॉक्यूमेंट में भी हेरफेर करके सभी डॉक्यूमेंट को एक जैसा बना दिया ताकि जब भी वह फ्रॉड करे तो डॉक्यूमेंट फेक नहीं लगे।

आरोपी MBBS की डिग्री का फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर धोखाधडी करके बैंको से लोन लेता था। वह महिलाओं को झांसा देने के लिए मैट्रिमोनियल साइट शादी डॉट कॉम का इस्तेमाल करता था।

पुलिस ने जुहू मुंबई के आरोपी पूर्णव शंकर सिघ्साहेब शिंदे को पकड़ा है। पुलिस ने बताया कि अभियुक्त खुद को MBBS डॉक्टर बताता है। जिसके पास एक एम्बुलेंस है, जिस पर अश्वपूर्वा हॉस्पिटल लिखा है।

आरोपी खुद एक एसेंट गाड़ी चलाता है और फर्जी हास्पिटल बनाकर लोन ले लेता है। यहां तक कि आयकर रिटर्न भी दाखिल करता है। वह अपने आप को भारतीय जनता पार्टी का जिला महामंत्री, जिला जलगांव, महाराष्ट्र बताता है। जबकि, असलियत में वह एक फ्रॉड करने वाला व्यक्ति है।

आरोपी ने शादीशुदा होते हुए भी दिल्ली में एक मेडिकल छात्रा से आर्य समाज मंदिर में शादी की थी। हालांकि, छात्रा को आरोपी के शादीशुदा होने का पता चल गया, जिसके बाद दोनों में अनबन शुरू हो गई। इसी बीच आरोपी पत्नी पूजा को बिना बताए उसके एजुकेशनल, मेडिकल, आधार कार्ड तथा पैन कार्ड आदि दस्तावेज लेकर भाग गया।

उसने अश्वपूर्वा फाउंडेशन बनाई और शाहबेरी गौतमबुद्धनगर में एक घर को कुछ समय के लिए किराए पर लेकर अश्वपूर्वा मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल के नाम का बोर्ड लगाकर हॉस्पिटल का रूप दिया। उसने बाकायदा वेबसाइट भी बनाई और धोखाधड़ी किया।

पुलिस ने किया ये खुलासा

ग्रेटर नोएडा के ADCP अशोक कुमार ने बताया कि, ‘पकड़ा गया आरोपी इतना शातिर है कि उसने ऑस्ट्रेलिया के एक यूनिवर्सिटी के नाम से अपनी भी MBBS की फर्जी डिग्री बना ली ताकि किसी को उस पर शक ना हो सके. आरोपी अपनी गाड़ी पर एक राजनीतिक पार्टी का जिला महामंत्री लिखवाकर चलता था। जिससे कोई इस पर किसी तरीके का शक ना कर सके। आरोपी ने अपने फर्जी अस्पताल का नाम अपूर्वा एक्स-रे इमेजिंग सेंटर प्राइवेट लिमिटेड रखा ताकि कोई उस पर शक ना कर सके. इसके साथ ही आरोपी नहीं दो अलग-अलग नामों से GST बना ली थी। आरोपी के पास से एक एम्बुलेंस, कार, मोबाइल फोन ,पैन कार्ड, पूजा के नाम का जाली विवाह प्रमाण पत्र, पांच अन्य विवाह प्रमाण पत्र और 19 MBBS की डिग्री के पेपर और एक मेडिकल प्रमाण पत्र बरामद हुआ है’।

आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम

इस शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने में दादरी कमिश्नरेट के थानाध्यक्ष सुजीत कुमार उपाध्याय, उपनिरीक्षक और साइबर सेल प्रभारी आशीष यादव, उपनिरीक्षक विशाल कुमार, कांस्टेबल सन्नी चौहान और कांस्टेबल वीरपाल साइबर सेल शामिल रहे।