झुकती है दुनिया बस झुकाने वाला होना चाहिए ये कथन पीएम मोदी ने सिद्ध करके दिखा दिया तो कहना गलत नहीं होगा।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के राजकीय दौरे पर 21 जून से लेकर 23 जून तक रहे।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन के बीच इस दौरान कई महत्तवपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई और दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए।
25 जून को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्विटर पर अमेरिका और भारत की दोस्ती को लेकर एक वीडियो पोस्ट किया।
The friendship between the United States and India is among the most consequential in the world. And it’s stronger, closer, and more dynamic than ever. pic.twitter.com/6B8iLCos3f
— President Biden (@POTUS) June 25, 2023
वीडियो के कैप्शन में लिखा कि भारत और अमेरिका के बीच की दोस्ती दुनिया में सबसे अहम है।
बाइडेन ने आगे लिखा कि, हमारी दोस्ती पहले से और ज्यादा मजबूत और अधिक गतिशील है।
वहीं पीएम मोदी ने भी राष्ट्रपति बाइडेन के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि दुनिया की भलाई के लिए भारत और अमेरिका की दोस्ती एक शक्ति है और ये दोस्ती इस धरती और बेहतर बनाएगी।
I fully agree with you, @POTUS @JoeBiden! Friendship between our countries is a force of global good. It will make a planet better and more sustainable. The ground covered in my recent visit will strengthen our bond even more. 🇮🇳 🇺🇸 https://t.co/iEEhBIYG17
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2023
दोनों नेताओं ने किए प्रमुख समझौते
पीएम मोदी का ये अमेरिका दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। दोनों देश के नेताओं ने रक्षा, स्पेस, सेमीकंडक्टर, ड्रोन डील सहित कई अन्य समझौते किए।
पीएम मोदी के इस राजकीय दौरे को नायाब बनाने के लिए राष्ट्रपति बाइडेन ने भी कोई कमी नहीं छोड़ी।
व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में एक भव्य स्वागत समारोह और एक राजकीय डिनर का आयोजन किया।
पीएम मोदी ने IT कंपनी के CEO, आंत्रप्रेन्योर और कई अधिकारियों के साथ बैठक भी की।
भारत और अमेरिका ने कई मुद्दों पर की चर्चा
व्हाइट हाउस ने अपने वीकली ई-मेल में पीएम मोदी के इस अमेरिका दौरे से उतपन्न हुई गहरी और करीबी साझेदारी की बता कही।
अपने मेल में व्हाइट हाउस ने कहा कि, इस यात्रा ने स्वतंत्र, खुले, समृद्ध और सुरक्षित इंडियन-पैसिफिक एरिया के प्रति उनकी साझा प्रतिबद्धता के साथ-साथ रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में उनकी रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी को बढ़ाने के उनके दृढ़ संकल्प पर जोर दिया।
दोनों देश के नेताओं ने शैक्षिक आदान-प्रदान बढ़ाने, लोगों से लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने और जलवायु परिवर्तन, वर्कफोर्स डेवलपमेंट और हेल्थ सिक्योरिटी सहित अलग-अलग चुनौतियों पर सहयोग करने पर भी चर्चा की।
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