ओडिशा के भाजपा सांसदों ने गुरुवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डा मनसुख मंडाविया से भेंट की तथा ओडिशा में आयुष्मान भारत योजना को लागू करने के लिए राज्य सरकार को परामर्श देने के लिए अनुरोध किया । इस प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने किया। उनके साथ रेलवे व केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव तथा विश्वेश्वर टुडू भी थे। इस दौरान इन सांसदों ने एक ज्ञापन सौंपा ।

इस ज्ञापन में कहा गया है कि आयुष्मान भारत योजना से वर्तमान में ओडिशा के लोग वंचित हैं। साढ़े चार करोड़ ओडिया समेत एक करोड़ प्रवासी ओडिया लोगों के हित के मद्देनजर इसे ओडिशा में लागू किया जाए । इसके लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ओडिशा सरकार को परामर्श दें ।

इस ज्ञापन में कहा गया है कि 2018 से आयुष्मान भारत को मोदी सरकार ने लागू किया है, जो ऐतिहासिक योजना है । इसके तहत प्रत्येक परिवार को वार्षिक पांच लाख रुपये तक की बेहतरीन चिकित्सा सेवा प्रदान करने का प्रावधान है । अभी तक 20.87 करोड़ परिवारों के 75 करोड़ लोगों ने इस योजना का लाभ उठाया है ।

इस लोक कल्याणकारी योजना को प्राय: सभी राज्य राजनीति से ऊपर उठ कर लागू कर रहे हैं लेकिन ओडिशा जैसे कुछ राज्यों द्वारा इसे लागू न करने के कारण वहां के लोग इस योजना से वंचित हो रहे हैं। ओडिशा में मेडिकल सेवा के लिए उपयुक्त संसाधन नहीं हैं ।

ज्ञापन में कहा गया है कि ओडिशा के एक करोड़ लोग जीविकोपार्जन के लिए अन्य राज्यों में गये हैं। आय़ुष्मान भारत योजना को लागू न किये जाने के कारण उनके व उनके परिवारों को भी इस योजना से वंचित होना पड़ रहा है । ऐसे में केन्द्र सरकार इस बारे में राज्य सरकार को परामर्श दे ताकि लोगों को इस जनकल्याणकारी योजना का लाभ मिल सके ।

प्रतिनिधि मंडल में पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रताप षडंगी, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अपराजिता षडंगी, बसंत पंडा, सुरेश पुजारी, संगीता सिंहदेव, नीतेश गंगदेव भी शामिल थे ।