नई दिल्लीः केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय वाहन कबाड़ (स्क्रैप) नीति से आर्थिक वृद्धि होगी और देश के युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा इसके साथ ही देश में रोजगार भी बढ़ेगा।वाहन कबाड़ नीति नितिन गडकरी ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों के लिए ही फायदे वाली है।

40,000 करोड़ रुपये तक का उन्हें माल एवं सेवा कर (जीएसटी) मिलेगा।गडकरी ने इस बात का उल्लेख किया कि 75 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध वाहन क्षेत्र कराता हैं। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन पेट्रोल और डीजल वाहनों से भविष्य में सस्ते होंगे।इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का शुभारंभ अगले महीने करेंगे।


राष्ट्रीय वाहन कबाड़ नीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह पेश की थी। सरकार की ओर से प्रमाणपत्र दिया जाएगा अन लोगों को जोअपना पुराना वाहन कबाड़ में बदलने के लिए देंगे।ये प्रमाणपत्र होगा जिन लोगो के पास होगा उनसे नए वाहन की खरीद पर पंजीकरण शुल्क नहीं लिया जाएगा।

इस नीति के तहत गडकरी ने कहा कि आवश्यक समर्थन वाले ढांचे के निर्माण पर ध्यान दिया जाएगा।ये पंजीकृत वाहन कबाड़ प्रतिष्ठानों (आरवीएसएफ) तथा ऑटोमेटेड परीक्षण केंद्रों (एटीएस) के रूप में होगा। मैनुअल परीक्षण एटीएस से रूपरेखा के तहत वाहनों का कम होगा।”75 स्टेशन पहले चरण में लगाए जाएंगे ।

इनकी संख्या बाद में 450 से बढ़ाकर 500 की जाएगी। अभी मंजूरी 26 एटीएस को मिली है। 7इनमें से पहले से काम कर रहे हैं । नितिन गडकरी ने कहा कि आरवीएसएफ से ये सुनिश्चित होगा कि वाहनों को पर्यावरण अनुकूल वातावरण में सुरक्षित तरीके से कबाड़ में बदला जाए।देश में 50 से 70 आरवीएसएफ की अगले चार से पांच साल में देश में जरूरत होगी।