सभी विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों को खोलने को लेकर उत्तर प्रदेश ने गाइडलाइन जारी कर दी है। 
16 अगस्त (युजी) व (पीजी)दूसरे वर्ष के विद्यार्थियों का नया शैक्षिक सत्र शुरू हो जाएगा।
50 फीसद विद्यार्थियों की पढ़ाई कैंपस में होगी बाकी घर से ऑनलाइन पढ़ेंगे । गुरुवार से यूजी में प्रथम वर्ष के दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी । जो संस्थान 12वी के नंबर पर मेरिट के अनुसार दाखिला करते है वहा 1 सितंबर से नया सत्र शुरू होगा। 13 सितंबर से जिस संस्थान में दाखिला परीक्षा के माध्यम से होता है , वहां यूजी पहली वर्ष की कक्षाएं शुरू की जाएंगी ।

कैंपस में पढ़ने के लिए 50%ही विद्यार्थी बुलाए जाएंगे।

सभी विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार व डिग्री कॉलेजों के प्राचार्यों को दिशा-निर्देश अपर मुख्य सचिव (उच्च शिक्षा) मोनिका एस गर्ग की ओर से कर दिया गया है । 31अगस्त तक तीसरे वर्ष का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।
13 सितंबर से यूजी तृतीय वर्ष और पीजी प्रथम वर्ष की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। कैंपस में पढ़ने के लिए 50%ही विद्यार्थी बुलाए जाएंगे।
सभी शिक्षण संस्थान के द्वारा टाइम टेबल तैयार किया जाएगा ,कभी कोई विद्यार्थी क्लास से पढ़ाई करेगा तो कभी वो ऑनलाइन पढ़ाई करेगा इस चीज की जानकारी विद्यार्थियों को दे दी जाएगी। कक्षा दो से तीन पालियो में लगाई जा सकती हैं जिससे भीड़भाड़ कम हो ।

पढ़ाई के साथ-साथ सरकार को छात्र छात्राओं के स्वास्थ्य की भी चिंता है

सभी विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों के गेट पर ही थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था होना अनिवार्य है। हर कक्षा में प्रवेश करने के लिए अलग-अलग गेट होना अनिवार्य है।कक्षा में विश्व विश्वविद्यालय में रोजाना सैनिटाइजेशन कराना अनिवार्य है। यदि किसी विद्यार्थी या शिक्षक को हल्का खांसी, जुखाम बुखार है तो उसका तुरंत कोरोना जांच कराया जाएं। हॉस्टल के अंदर वे पर्याप्त सतर्कता बरती जाए। मेस में हमेशा विद्यार्थियों का अलग-अलग बैच बनाकर ही बुलाया जाए, साथ ही मेस का समय भी बढ़ाया जाए।

सोशल डिस्टेंसिंग का खास तौर से पालन कराया जाए। पढ़ाई के साथ-साथ सरकार को छात्र छात्राओं के स्वास्थ्य की भी चिंता है । मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय व शिक्षण संस्थानों को साफ निर्देश दिया है कि शिक्षण संस्थान शुरू होने के साथ ही 18 वर्ष से अधिक आयु के विद्यार्थियों के टीकाकरण के लिए स्पेशल शिविर भी लगाई जाए।