नई दिल्लीः देश की सबसे पुरानी पार्टी इस समय वेंटिलेटर पर है और अब ये वापस से सांस लेने की कोशिश कर रही है। राजनीति में बिसात बिछाने में माहिर प्रशांत किशोर की नई राजनीतिक पारी कांग्रेस के साथ शुरू होगी या फिर नहीं इस पर कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी जल्द फैसला लेंगी।

सूत्रों की माने तो प्रशांत किशोर कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर की भूमिका तो चाहते ही हैं साथ ही वो पार्टी से जुड़े फैसलों में अपनी भूमिका चाहते हैं। जिसके लिए प्रशांत किशोर की तरफ से कई सुझाव भी दिए गए हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक, प्रशांत किशोर का कहना है कि कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी के नेतृत्व में मुख्य सलाहकार कमेटी का गठन होना चाहिए, जो राजनीति से जुड़े फैसले ले सके।

प्रशांत किशोर का कहना है कि इस कमेटी में बहुत ज्यादा सदस्यों की जरूरत नहीं है और ये कमेटी गठबंधन, चुनावी कैंपेन और राजनीतिक गतिविधियों पर चर्चा करके ही आखिरी फैसला ले। साथ ही प्रशांत किशोर का कहना है कि ये कमेटी जमीनी स्तर पर पूरा निरीक्षण करने के बाद ही पार्टी में कार्यकारी समिति के सामने अपना प्रस्ताव रखे।

कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो प्रशांत किशोर को भूमिका में लाने के बाद पार्टी कई बदलाव भी करेगी। इस संगठन के स्तर पर बदलाव को निश्चित है वहीं नई नियुक्तियां भी की जाएंगी और नई समितियां भी बनाई जाएंगी।

प्रशांत किशोर को कांग्रेस में मुख्य भूमिका में आने के बाद कई चुनौतियों से निपटना पड़ेगा, क्योंकि उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव सिर पर है पार्टी हाईकमान ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। 2019 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस यूपी में केवल एक सीट के साथ संतोष करना पड़ा था।