नई दिल्ली: एकादशी का सनातन धर्म में काफी महत्व होता है. भगवान विष्णु को एकादशी तिथि समर्पित है। आज पुत्रदा एकादशी है सावन मास की, इसे हम पवित्रा एकादशी भी कहते हैं।
18 अगस्त को इस बार पवित्रा एकादशी दिन बुधवार को मनाई जा रही है।इस दिन व्रत रखने से धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आपके सभी कष्ट ,दुख दूर होते हैं अंत में मोक्ष की प्राप्ति भी होती है।
मान्यताओं के अनुसार दान पूर्ण करने से और कठोर तपस्या करने से जो आपको फल मिलता है उतना ही फल पवित्रा एकादशी व्रत करने से मिलता है.कहा जाता है कि इस व्रत के प्रभाव से आपका वैवाहिक जीवन सुखद होता है।आप पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा बनी रहती है।
दान पूर्ण का अधिक महत्व होता है एकादशी के दिन।एकादशी के दान-पुण्य का विशेष महत्व है।एकादशी के दिन मान्यता है कि जरूरतमंद को भोजन और कपड़े आदि दान करने से भगवान विष्णु काफी प्रसन्न होते हैं।
एकादशी पूजा की व्रत और विधि
सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत हो जाए।
अपने घर के मंदिर में दीप को प्रज्वलित करें।
गंगा जल से भगवान विष्णु का अभिषेक करें।
भगवान विष्णु को फूल और तुलसी अर्पित करें।
यदि आप से संभव हो तो आप इस दिन व्रत भी रखें।
अब भगवान की आरती करें।
भगवान विष्णु को भोग लगाएं। विशेष ध्यान इस बात का रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का ही भोग लगाया जाता है। तुलसी को जरूर भगवान विष्णु के भोग में शामिल करें।
ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु भोग बिना तुलसी के ग्रहण नहीं करते हैं। इस पावन दिन पर भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा भी जरूर करें।
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