दिल्लीः कश्मीर में शोपियां जिले के चक सादिक खान इलाके में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। जवानों ने पिछले 4 साल से घाटी में आतंक मचा रखे अबू अकरम का एनकाउंटर कर दिया है।
बता दें कि घाटी में कई हत्याओं और आतंकी हमले को अंजाम देने वाला इशफाक डार उर्फ अबू अकरम लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर था।
इस खूंखार आतंकी के सुरक्षाबलों ने एक और आतंकी को ढेर किया है। इन आतंकियों के पास से 2 AK-47 राइफल के साथ 8 मैग्जीन भी मिली है।
इस मुठभेड़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस की SOG टीम, सेना के 34-RR और CRPF की 178 बटालियन के जवान शामिल थे।
पुलिस ने मीडिया को बताया कि आतंकियों के साथ मुठभेड़ रातभर चली, इस में आतंकवादी माजिद इकबाल और खूंखार अबू अकरम ढेर होग गया। पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि, अबू अकरम घाटी में पत्थरबाजी, लोगों पर हमले और हत्या का आरोपी था।
पुलिस ने बताया कि यह मुठभेड़ रविवार को शुरू हुई थी, इसमें लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर समेत दो आतंरकियों के घिरे होने की सूचना मिली थी।
जवानों ने जब पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया तो आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग कर दिया। जवानों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण का मौका दिया लेकिन, आदत से मजबूर से दहशतगर्द लगातार फायरिंग करते रहे।
आतंकियों की गोलीबारी के जवाब में सुरक्षाबलों ने फायरिंग की और कुछ देर में दो आतंकी ढेर हो गए।
खूंखार आतंकवादियों का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता है। वहीं अबू अकरम के मारे जाने से सुरक्षाबलों ने भी चैन की सांस ली हैं क्योंकि वह युवाओं को आतंकवादी बनने के लिए प्रेरित करता था साथ ही वह कई तरह उन्हें लालच भी देता था।
आतंकी अबू अकरण मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में भी शामिल था, इसने साल 2018 में जम्मू-कश्मीर के 4 पुलिसकर्मियों की हत्या की थी और साल 2019 में शोपियां में 2 ड्राइवरों की हत्या की थी।
इन दोनों आतंकियों के मारे जाने के बाद घाटी के लोग भी चैन की सांस ले रहे हैं।