सर्दियों का आगाज हो चुका है, पूरा उत्तर भारत ठंड की चपेट में है. मौसम के बदलते ही और ठंड की शुरुआत होते ही सबसे ज्यादा असर हमारे जीवनचर्या पर पड़ता है, जिससे हमारे शरीर पर उसका सीधा असर पड़ता है. ठंडे मौसम की शुरुआत होते ही सर्दी- जुखाम होना लाजमी है.
अब ऐसे में सवाल ये उठता है, कि ऐसे कौन से योगासन है, जिनको करके सर्दी के मौसम में हम खुद को गर्म और चुस्त- दरुस्त रख सकते है. तो चलिए जानते है, कुछ ऐसे योगासनों के बारे में जिनको को रोजाना करने से शरीर में गर्माहट और शरीर को स्फूर्ति मिलती है.
योगासन हमारे शरीर को स्फूर्ति के साथ- साथ मजबूती भी प्रदान करते है. सुबह के समय योगासन करने से व्यक्ति पूरा दिन तरो-ताजा महसूस करता है. मगर एक बात का विशेष ध्यान रखें कि योगासन शरीर के लिए फायदेमंद होते है.
बाम भ्रस्त्त्रिका आसन
विशेषज्ञों के अनुसार इस योगासन को करने से सर्दी, जुकाम से बचाव में काफी मद्द मिलती है. बाम भस्त्रिका को करने के लिए सीधे हाथ के अंगूठे से सीधी नाक को बंद करें फिर उल्टी (बायीं) नाक से तेजी से स्वास लें और छोड़ें, इस विधि को कम से कम दस बार करें.
मगर इस बात का ध्यान जरूर रखें कि स्वास लेते समय पेट अंदर और स्वास छोड़ते वक्त पेट बाहर की और जाए. यहीं आसन उल्टी (बायीं) नाक की तरफ से कम से कम दस बार दोहराएं.
भुजंगासन
सबसे पहले पेट के बल सीधे लेट जाएं. पैरों को एक-दूसरे से थोड़ा खोलें और पांवों के ऊपरी हिस्से को ज़मीन से लगा कर रखें. हाथों को शरीर के पास रखें और हथेलियाँ ज़मीन की ओर रहें. अपने हाथों को कंधों के नीचे रखें, यानी हाथों की हथेलियाँ कंधों के ठीक नीचे होनी चाहिए.
कोहनियाँ शरीर से सटी हुई और मुड़ी हुई रखें. गहरी सांस लें और धीरे-धीरे अपनी छाती और सिर को ऊपर की ओर उठाएं. कंधों को पीछे की ओर खींचें और कोहनियाँ कुछ हद तक सीधी करें. सिर को सीधा रखें और गहरी सांस लेते हुए स्थिति में कुछ समय के लिए रुकें.
इस अवस्था में 15-30 सेकंड तक रहें और फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे वापस प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं.
पवनमुक्ता आसन
अपनी पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं. पैरों को सीधे रखें और हाथों को शरीर के दोनों किनारों पर रखें. शरीर को ढीला और आराम से रखें. अब अपने दोनों घुटनों को मोड़ते हुए, दोनों पैरों को धीरे-धीरे अपने पेट की ओर लाकर पकड़ें. दोनों हाथों से घुटनों को पकड़कर उसे हल्के से पेट की ओर खींचें.
सिर और गर्दन को ज़मीन से उठाकर घुटनों के पास लाएं, यानी सिर और घुटनों को मिलाने की कोशिश करें. इस स्थिति में गहरी सांस लें और उसे थोड़ी देर तक रोकें.
फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए इस स्थिति से बाहर आकर सामान्य स्थिति में लौटें. इस आसन को 5 से 10 बार दोहराएं.
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Yoga se hi accha swasthya hoga