किस प्रोटीन के कारण बनता है यूरिक एसिड ? जानें लक्षण और उपाय !

by | 31 Dec 2024, 8:34:pm

आज की दौड़-भाग भरी जिंदगी में हमारे खाने-पीने का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है. जिसके कारण शरीर में अनेकों बिमारियां पैदा हो जाती हैं. मानव शरीर में बनने वाला यूरिक एसिड शरीर में प्यूरिक नाम के प्रोटीन के टूटने से बनता है.

विशेषज्ञों के अनुसार जब प्यूरिन टूटता है, तो इससे यूरिक एसिड बनता है. सामान्य स्थिति में  यूरिक एसिड किडनी के माध्यम से फिल्टर होकर मूत्र (Urine) के द्वारा शरीर से बाहर निकल जाता है. लेकिन जब शरीर में यूरिक एसिड ज्यादा बनने लगता है, तो किडनी इसे सही तरीके से बाहर नहीं निकाल पाती. तब यूरिक एसिड खून में जमा होने लगता है.

मानव शरीर में यूरिक एसिड का सामान्य स्तर पुरूषों में 3.4 से 7.0 mg/dL और महिलाओं में 2.4 से 6.0 mg/dL होना चाहिए. प्यूरिन नाम का प्रोटिन कुछ खाद्य पदार्थों जैसे मांस, मछली, बीन्स, और कुछ पेय पदार्थों में पाया जाता है.

शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के कुछ मुख्य कारण

  • ज्यादा प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन
  • शराब और सॉफ्ट ड्रिंक्स का ज्यादा मात्रा में सेवन
  • किडनी की सही तरीके से काम न करना
  • मोटापा और निष्क्रिय जीवनशैली
  • कुछ विशेष दवाइयों का सेवन

उच्च यूरिक एसिड के लक्षण

  • जोड़ों में तेज दर्द (विशेषकर पैर के अंगूठे में)
  • सूजन और लालिमा
  • किडनी स्टोन (गुर्दे में पथरी)
  • जोड़ों में अकड़न

 यूरिक एसिड बढ़ने से बचाव के उपाय

यूरिक एसिड के बढ़े हुए स्तर से गठिया (Gout), जोड़ों का दर्द और किडनी स्टोन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए, इसे नियंत्रित रखना बेहद जरूरी है. इसके लिए सही आहार का चयन करें, जैसे लाल मांस, समुद्री भोजन, राजमा, मटर और मशरूम का सेवन सीमित करें.

साथ ही साथ हरी सब्जियाँ, फल, साबुत अनाज, और लो-फैट डेयरी उत्पाद को आहार में शामिल करें. शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने के लिए विटामिन C युक्त खाद्य पदार्थ जैसे संतरा, नींबू, आंवला का सेवन करें.

दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं. पानी यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है. मीठे पेय और अल्कोहल से बचें. इनमें मौजूद तत्व यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकते हैं.

अत्यधिक वजन यूरिक एसिड के उत्पादन को बढ़ा सकता है. नियमित व्यायाम करें और सक्रिय जीवनशैली अपनाएं.

चाय, कॉफी का अधिक सेवन यूरिक एसिड को प्रभावित कर सकता है. डॉक्टर द्वारा बताए गए दवाइयों का नियमित सेवन करें. बिना डॉक्टर की सलाह के दर्द निवारक दवाइयाँ न लें.

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