पूर्व सासंद व पूर्व राष्ट्रीय कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह गुरुवार को कादीपुर के चांद नाइया मालापुर पहुंचे. यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने संभल में हुई हिंसा पर ये कहकर बोलने से यह इनकार कर दिया कि भगवान सबको सदबुद्धि दे. उन्होंने दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र हुड्डा दोनों की तुलना पांडवो से की.
बृजभूषण शरण सिंह का बयान
सुल्तानपुर के कादीपुर दौरे पर आए पूर्व BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मैं साल 2012 में हुड्डा को हराकर कुश्ती संघ का अध्यक्ष बना था. तब से मैं कुश्ती संघ के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहा था.
पूर्व BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि, “महाभारत में पांडवो ने दौप्रदी को दांव पर लगाकर जुआ खेला था. तो देश में आज जब ये बात आती है तो कोई जायज नहीं ठहरा पाता एक कलंक हैं वो. दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र हुड्डा दोनों ने मिलकर मेरे खिलाफ महिलाओं का प्रयोग किया. ये महिलाएं ये पहलवान अपने आप नहीं आए थे, किसी को डिप्टी एसपी बनाने का वादा किया गया, किसी को सरकारी नौकरी देने का वादा किया गया था उसी आधार पर ये आए थे. फिर भी भगवान ने मेरी मदद की”.
पूर्व BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि, “मैं अध्यक्ष नहीं हूं मगर हमारे लोग हैं, खुल्ला कहता हूं किसी का डर नहीं है, 50 में से 42 वोट पाकर संजय सिंह कुश्ती संघ के अध्यक्ष बने थे. उसमें 6 वोट नाजायज हैं जो मैंने बनवा दिया था किसी कारण से”.
बजरंग पर बोले बृजभूषण शरण सिंह
बजरंग पूनिया के डोपिंग मामले पर पूर्व BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि, “वो खुद को कानून से ऊपर समझते हैं. वो लोग अध्यक्ष को हटाते-हटाते यौन शोषण पर आ गए. बजरंग ऐसे पहलवान हैं जिन्हें ट्रायल नहीं देना है, नेशनल नहीं खेलना है, वजन नहीं चेक कराना है, इन्होंने कहा कि मैं बीजेपी ज्वाइन कर लेता तो ये न होता, नाडा और वाडा जो एजेंसी है उस पर किसी सरकार का नियंत्रण नहीं है”.
0 Comments