महाराष्ट्र चुनाव में BJP की विस्फोटक जीत के एक नेता जिसने केवल अपने एक बयान से पूरे महाराष्ट्र में मतदाताओं का रुख अपनी तरफ मोड़ लिया. जी हां, उत्तर प्रदेश सहित देश के सबसे प्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान “बंटेंगे तो कटेंगे” से पूरे महाराष्ट्र में BJP के लिए सुनामी बना दी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में चुनाव में काफी कुछ दांव पर था. BJP अगर उत्तर प्रदेश उपचुनाव में विस्फोटक प्रदर्शन नहीं करती, तो मुख्यंत्री योगी आदित्यनाथ पर ही आरोप मढ़ने की तैयारी थी और विपक्ष को मजबूती मिलती मुख्यंत्री योगी आदित्यनाथ पर वार करने की.
लेकिन, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ असंभव शब्द क्या होता है शायद वो नहीं जानते हैं, अपने विस्फोटक अंदाज से विपक्षियों को धराशायी करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने बयानों से महाराष्ट्र और यूपी में कुछ ऐसा फंसाया कि पूरा विपक्ष सिर्फ और सिर्फ उनके बयानों की काट ढूंढने में लगा रहा है, और BJP ने दोनों राज्यों में बंपर जीत हासिल कर ली.
कांग्रेस अध्यक्ष की बोलती कर दी बंद:
दंगा और कांग्रेस पार्टी एक दूसरे के पार्ययवाची शब्द हैं, “कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महाराष्ट्र में इमोशनल कार्ड खेलते हुए कहा कि, जब मैं छोटा था तो मेरे माता-पिता समेत मेरे परिवार के कई सदस्यों का कत्ल एक दंगे में किया गया था”.
हर मौके को अपने अंदाज में भुनाने के लिए मशहूर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके बयान को फुलटॉस बॉल समझकर सीधे बाउंड्री के बाहर पहुंचा दिया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सवाल पूछते हुए कहा कि, वे बताएं कि उनके परिवार वालों को किसने मारा?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सवाल के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे की हिम्मत नहीं पड़ी कि वो इस बयान को दोबारा कि रैली में इस्तेमाल कर सकें और न ही उन्होंने किसी मंच से इस बात का जवाब दिया कि उनके परिवार की हैदराबाद के निजाम के रजाकारों ने हत्या की थी.
मुख्यमंत्री योगी के सुर में प्रधानमंत्री मोदी ने मिलाया सुर:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान हो और वो चर्चा में न आए ऐसा होना असंभव है. महाराष्ट्र और यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान को प्रधानमंत्री मोदी ने भी दोहराना शुरू कर दिया है.
“बटेंगे तो कटेंगे, एक हैं ते नेक हैं” जैसे बयान के बाद प्रधानमंत्री मोदी को इसी तरह की दूसरी लाइन देने के लिए मजबूर होना पड़ा- “एक हैं तो सेफ हैं”.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयानों को काटने में असमर्थ्य विपक्ष घुटने टेकने पर मजबूर हो गया, लेकिन इन धारदार बयानों की काट पूरे चुनाव में ढ़ूंढ नहीं पाया.
मुख्यमंत्री योगी के ऊर्जा का देश कायल:
महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और झारखंड में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुस 37 रैलियां और 2 रोड शो किए. 5 नवंबर से लेकर 18 नवंबर के बीच की गई इन रैलियों की चर्चा पूरे देश में हो रही है. देश की जनता के बीच मुख्यमंत्री की ऊर्जा चर्चा का विषय बना हुआ है, लोग अब इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को बरकार रखते हुए चुनाव में भी 100% देना किसी चमत्कार से कम नहीं है.
देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे योगी आदित्यनाथ:
लोकसभा चुनाव में यूपी में BJP को उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली तो विपक्षियों ने उन पर वार करना शुरू कर दिया था और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की राजनीति को खत्म बता रहे थे. लेकिन, महाराष्ट्र और यूपी में बंपर जीत के बाद अब उनके मुख पर ताला लग चुका है और अब एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में पूर्व से पश्चिम तक उत्तर से लेकर दक्षिण तक देखे जाने लगे हैं, और विरोधियों के दिलों में इस वक्त भय का माहौल बन चुका है.
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जिनके शासन काल में पुलिस कभी केवल भैंस खोजने में लगी रहती थी, वो उन्हें भी अब ये दिखने लगा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश के अगले प्रधानमंत्री बनने के लिए दावा ठोक चुके हैं. सपा अध्यक्ष ने यूपी की जनता को गुमराह करते हुए कहा था कि, अगर BJP महाराष्ट्र में चुनाव हारती है तो उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बदल जाएगा, शायद सपा अध्यक्ष ये भूल गए थे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शब्दकोष में असंभव और नहीं ये शब्द हैं ही नहीं.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष ने अनेकों बार महाराष्ट्र चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देश बंटाने वाला, गाय वाला, बांटने की राजनीति करने वाला कह कर बुलाया था. लेकिन, महाराष्ट्र और यूपी में जनता ने इन दोनों नेताओं की बातों को सिरे से खारिज कर दिया है.
बहरहाल, इतना जरूर कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे किसी भी लक्ष्य को भेदने के लिए तैयार हैं, और वो खुद BJP के लिए वो पाशुपत्रास्त बन गए हैं जो किसी भी परिस्थितियों से BJP को अकेले दम पर जीत का स्वाद चखा सकते हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिए गए नारे को BJP के बड़े-बड़े नेता अपनाते दिखे, तो वहीं खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के आखिरी दिन इसी तर्ज पर नारा दिया था- “एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे”.
Very good
Thanks
जय हो भाई
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