हिंदू धर्म के अनुसार प्रत्येक माह का खासा महत्व होता है। प्रत्येक महीने में किसी ना किसी देवी-देवता की पूजा की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के बाद मार्गशीष माह का आगमन होता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीष माह 16 नवंबर 2024 यानि आज से शुरू होने जा रहा है, जो 15 दिसंबर 2024 को समाप्त होगा।मार्गशीष मास हिन्दु धर्म में बेहद शुभ माना जाता है। मार्गशीष मास में भगवान कृष्ण की पूजा-अर्चना करने से अच्छे फल की प्राप्ति होती है।
कैसें करें शुभफल की प्राप्ति ?
मार्गशीष माह में श्री कृष्ण की उपासना करना शुभ माना जाता है। इस माह में प्रात: काल जल्दी उठकर स्नान आदि करके भगवान कृष्ण की पूजा-अर्चना करना से लाभदायक माना गया है। इसके अलावा प्रात:काल उगते सूर्य को अर्घ्य देने से सभी प्रकार के दोष दूर हो जाते है।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस माह में यमुना नदी में स्नान करने सभी पापों का नाश होता है। मार्गशीष माह में शंख की पूजा करने से भगवान श्री कृष्ण प्रसन्न होकर भक्तों को मनोवांछित फल देते है।साथ ही साथ शंख में जल डालकर पूरे घर में छिड़काव करने से नेगेटिव ऊर्जा समाप्त हो जाती है।
मार्गशीष एकादशी का पौराणिक महत्व
मार्गशीष माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी भी कहा जाता है। पुराणों में श्रीकृष्ण द्वारा इस बात का उल्लेख किया गया है कि, जो व्यक्ति मोक्षदा एकादशी को तुलसी मंजरी, धूप-दीप से भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस दिन श्री कृष्ण का भजन-कीर्तन करने से श्री कृष्ण प्रसन्न होते है। साथ ही साथ जो भी श्रद्धालु मोक्षदा एकादशी का व्रत करता है, उनके द्वारा उनके पितरों को मुक्ति प्रदान होती है। इसके अलावा जो भी भक्तजन मोक्षदा एकादशी का व्रत सच्चे मन से करता है, उसके भी सारे कष्ट दूर हो जाते है।
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