पीएम मोदी ने आखिरकार 4 दिन बाद संसद में सुरक्षा के दौरान हुई चूक को लेकर अपना रिएक्शन दिया है।

विपक्ष जहां लगातार पीएम मोदी से ये मांग कर रहा है कि वो सदन में आकर इस मुद्दे पर बयान दें तो वहीं पीएम मोदी ने भी सदन में आने से पहले ही एक अखबर को इंटरव्यू दिया।

इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने खुलकर संसद की सुरक्षा में हुई चूक के बारे में अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने साफ कहा कि इस मामले की जांच गहनता से होनी जरूरी है। इसके अलावा हमें इस केस में गहराई तक जाना होगा।

आपको बता दें कि 13 दिसंबर 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी पर दो लोगों ने सदन में घुसकर स्मॉक बम से अटैक किया।

सदन के अंदर स्मॉक बम के अटैक की वजह से पीले रंग का धुआं फैल गया। जिसकी वजह से सांसदों की जान को भी खतरा पैदा हुआ।  दिल्ली पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए न सिर्फ सदन में घुसे हमलावर बल्कि उनके दो साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया।

सुरक्षा को लेकर क्या बोले पीएम मोदी ?

पीएम मोदी ने अखबार को दिए इंटरव्यू में इस घटना को बेहद दुखद और चिंताजनक बताया है। पीएम मोदी ने साफ कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति करने की जगह चिंतन करना चाहिए। पीएम मोदी ने साफ कहा कि ऐसा मामलों में समाधान तभी मिलेगा जब हम आपस में बैठक के बात करेंगे। हम संसद में स्मॉक बम अटैक की घटना को हल्के में नहीं ले रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि वो लोकसभा स्पीकर ओम बिडला के साथ इस मामले को लेकर गंभीरता के साथ चर्चा कर रहे हैं और जल्द ही कठोर उठाएंगे। उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे जो तत्व हैं जांच एजेंसियां जल्द ही उन्हें भी खोज निकालेंगी।

शीतकालीन सत्र को विपक्ष के हंगामे और संसद में अटैक के बाद से दो बार स्थगित करना पड़ा है।

क्या हुआ था 13 दिसंबर को ?

13 दिसंबर को जब संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी मनाई जा रही थी, इस दौरान सदन में दो शख्स दर्शक दीर्घा से नीचे कूद गए। मनोरंजन डी और सागर शर्मा के पास विजिटर्स पास थे और इन्होंने सदन की कार्यवाही देखने के लिए एंट्री की थी। दोपहर 1 बजे करीब ये दोनों शख्स दर्शक दीर्घा से कूदकर सदन में पहुंच गए, इसके बाद जूतों में छिपा कर लाए स्मॉक बम का अटैक कर दिया और सदन के अंदर पीले रंग धुआं फैल गया। वहीं सदन में जब स्मॉक बम अटैक हुआ तो संसद के बाहर के नीलम आजाद और अमोल शिंद नाम के दो शख्स जो संसद के बाहर खड़े थे उन्होंने ने स्मॉक कैंडल जालकर नारेबाजी शुरू कर दी।  इस घटना को मोबाइल में रिकॉर्ड करने वाला ललित झा नाम का शख्स मौके से फरार हो गया। लेकिन कुछ दिन बाद उसने खुद को सरेंडर कर दिया।

फिलहाल संसद पर 13 दिसंबर 2023 को हमला करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया गया है।