नई दिल्लीः यूपी विधानसभा की घड़ी जैसे जैसे नजदीक आ रही है सियासत में उसी तरह उत्तर प्रदेश के शहरों के नाम बदलने की राजनीति सत्ता में सामने आ रही है। विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर यूपी में बदलाव देखने को मिलेगा जिला चुनाव पंचायत चुनाव के बाद सत्ता बदली है जिसके बाद शहरो के नाम बदलने की प्रक्रिया जारी है।


दो शहरों के नाम बदलने का प्रस्ताव

जिला पंचायत में हुई बैठक के बाद अलीगढ़ का नाम “हरिगढ़”” रखने का प्रस्ताव रखा गया था पंचायत बोर्ड की बैठक में शामिल केहरी सिंह और उमेश यादव ने अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ रखने का प्रस्ताव रखा था जिसे पास कर दिया गया है इसके अलावा मैनपुरी का नाम भी “मयन नगर” रखने का प्रस्ताव जिला पंचायत में सामने आया।

जिला पंचायत के सदस्यों ने मयन ऋषि की तपोभूमि होने के कारण मैनपुरी का नाम मयन नगर रखने का प्रस्ताव रखा जिला पंचायत द्वारा पास हुए इन प्रस्तावों को सरकार के पास भेजा जाएगा जहा पूर्ण रूप से फैसला होगा की नाम बदलना है या नही बता दे की मैनपुरी का नाम बदलने के समय जिला पंचायत में बैठे कुछ सदस्यों ने इसका विरोध किया लेकिन पंचायत की अध्यक्ष अर्चना भदोरिया ने मैनपुरी का प्रस्ताव पास किया गया।

बीजेपी सरकार के नाम बदलने की प्रक्रिया

योगी सरकार ने प्रदेश में मुख्यमंत्री बनने के बाद लगातार नाम बदलने का सिलसिला जारी रखा आपको बता दे कि सत्ता में आने के बाद योगी ने कई शहरों के नाम बदले जिसमे इलाहबाद का नाम “” प्रयागराज”, फैजाबाद का नाम अयोध्या, और मुगलसराय का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल नगर रख दिया था और साथ ही वाराणसी के मडुआडीह स्टेशन का नाम बदलकर बनारस रख दिया था, हालांकि इन दिनों योगी सरकार की पकड़ आगरा और फिरोजाबाद के नाम बदलाव काफी चर्चा में हैं।