नई दिल्लीः कोरोना महामारी से पूरा विश्व परेशान रहा है, लेकिन इसके रोक थाम के लिए बनाई गयी वैक्सीन और इसकी उपलब्धता से लोगों में इस वायरस से बचने का उपाय भी मिला है, लेकिन अभी भी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां लोग इसके प्रति जागरूक नहीं हैं। इसी को ध्यान में रखते हुये एम3एम फाउंडेशन ( एम3एम ग्रुप की परोपकारी शाखा) और स्वास्थ्य विभाग, तावडू हरियाणा सरकार के सहयोग से तावडू ब्लॉक में अपने आईएमपॉवर कार्यक्रम के तहत ‘जन स्वास्थ्य चेतना यात्रा’ जागरूकता-सह-टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया गया।

हरियाणा के नूंह जिले में 12 अगस्त से 31 अगस्त 2021 के बीच चलने वाला यह अभियान 64 गांवों में स्थानीय निवासियों के बीच टीकाकरण और टीके से संबंधित झिझक को दूर करने पर केंद्रित है। इस अभियान का उदघाटन नुंह के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेन्द्र यादव और एम3एम फाउंडेशन की ट्रस्टी डॉ पायल कनोडिया ने किया। इस मौके पर नूंह जिले के टीकाकरण अधिकारी डॉ बसंत दुबे, तावडू के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ देवेंद्र सोलंकी और एम3एम फाउंडेशन के प्रेसिडेंट डॉ ऐश्वर्या महाजन तथा क्षेत्र के अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

उदघाटन के मौके पर नुंह के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेन्द्र यादव ने कहा, “राज्य में यह क्षेत्र ऐसा है की यहां टीकाकरण (वैक्सीनेशन) सबसे कम हुआ है, लेकिन पिछले दो महीनों में यहाँ वैक्सीनेशन की गति रोजाना बढ़ी है। इस अभियान से टीकाकरण को बूस्ट अप मिलेगा। हमारे स्वास्थ्यकर्मी ग्रामीण स्तर पर सबके प्रश्नों का उत्तर देने के लिए नहीं पहुँच पाते, लेकिन इस अभियान की योजना ऐसी है की लोग अपने प्रश्नों तथा टीकाकरण से संबन्धित संशय आसानी से पूछ सकते हैं। इस अभियान से लोगों में जागरूकता आएगी और टीकाकरण में तेजी भी आएगी। चूंकि यह क्षेत्र पूरी तरह से ग्रामीण है अत: जब लोग इसके बारे में जान जाएंगे तो इस अभियान को गति मिलेगी। पहला टीकाकरण अप्रैल में लगा था तो अनेक लोगों को कई दिन तक बुखार रहा, इसलिए लोग दूसरे डोज़ के लिए सोचने लगे। इस भ्रांति को अपने स्वास्थ्यकर्मियों, आशा वर्करों एवं अन्य सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर तोड़ने में सफल हुये । यहाँ की सीएएचसी अभी नई बनी है और एम3एम फ़ाउंडेशन द्वारा भरपूर सहयोग मिला है। निःसन्देह इस अभियान से टीकाकरण को लेकर लोगों में फैली नकारात्मक बातें दूर होंगी और लोग टीकाकरण के प्रति और जागरूक होंगे”।

अभियान के पहले दिन 600 डोज़ उपलब्ध कराये गए और टीकाकरण सुचारु रूप से चल रहा है। अभियान के एक दिन पहले ही 300 लोगों ने पंजीकरण करा लिया था। 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोविशील्ड का टीका लगाया जा रहा है।

20 दिन चलने वाले इस अभियान पर बात करते हुये एम3एम फ़ाउंडेशन की ट्रस्टी डॉ. पायल कनोडिया ने कहा, “महामारी के खिलाफ जंग जीतने के लिए लाइन में खड़े अंतिम व्यक्ति की रक्षा करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस अभियान से समाज के वंचित वर्गों को आसानी से और जल्द से जल्द टीका लगवाने में काफी मदद मिलेगी। हमें विश्वास है कि इस जागरूकता अभियान के माध्यम से हम लोगों को पूर्ण सुरक्षा के लिए कोविड के प्रति उपयुक्त व्यवहार के महत्व को समझाने में सक्षम होंगे। इस अभियान को संभव बनाने में सहयोग देने के लिए हम स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा सरकार और हमारे भागीदारों के लिए बेहद आभारी हैं|”

इसका उद्देश्य 4000 से अधिक निवासियों का टीकाकरण करना और कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर की तैयारी के लिए जागरूकता अभियान के माध्यम से 10000 से अधिक लोगों तक पहुंचना है“।

इस पहल के तहत एम3एम फाउंडेशन अपने सहयोगियों के साथ गांवों में लोगों को टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए एक अभियान चला रहा है। उप-केंद्र स्तर पर मुख्य गतिविधि की योजना बनाई गई है, जिसमें खेल जैसे: स्नेक्स एंड लैडर्स, फन गतिविधि-स्टोरी टेलिंग, जींगल्स और स्थानीय भाषा में जागरूकता गीतों जैसी मजेदार गतिविधियों की मदद से लाभार्थियों को कोविड -19 से संबंधित सही सूचनाओं तथा टीको से अवगत कराएंगे।

पूरा अभियान एड-एट-एक्शन― एक अंतर्राष्ट्रीय विकास संगठन और बाल उमंग दृश्य संस्था (BUDS) द्वारा समर्थित है।

एम3एम फाउंडेशन स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका और पर्यावरण में सुधार के अपने प्रयासों के साथ समाज की बेहतरी के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। महामारी के दौरान, इसने देश भर में 2 लाख से अधिक लोगों को राहत प्रदान की और जिला प्रशासन की मदद से एक कोविड देखभाल केंद्र की स्थापना करके गुड़गांव के लोगों को चिकित्सा सहायता भी सुनिश्चित की। फाउंडेशन का मानना है कि इस तरह के सकारात्मक प्रयास समग्र सुरक्षा और भलाई के लिए कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर के खिलाफ समाज की रक्षा करने में बहुत मदद करेंगे।